Marknadens största urval
Snabb leverans

कब सुधरोगे तुम...?

Om कब सुधरोगे तुम...?

सदियों पुरानी कहावत है की 'जो जैसा करता है उसे उसका उसी तरह का परिणाम भी मिलता है'। लेकिन कभी-कभी अच्छे लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। वैसे भी ये दुनिया तो सुख और दुःख का संगम है। यहाँ पर हर इंसान को सुख और दुःख दोनों तरह के समुन्दर को पार करना पड़ता है और यही सार्वभौमिक सत्य है।

Visa mer
  • Språk:
  • Hindi
  • ISBN:
  • 9798211706194
  • Format:
  • Häftad
  • Sidor:
  • 110
  • Utgiven:
  • 26. januari 2024
  • Mått:
  • 127x6x203 mm.
  • Vikt:
  • 118 g.
  Fri leverans
Leveranstid: 2-4 veckor
Förväntad leverans: 17. december 2024

Beskrivning av कब सुधरोगे तुम...?

सदियों पुरानी कहावत है की 'जो जैसा करता है उसे उसका उसी तरह का परिणाम भी मिलता है'। लेकिन कभी-कभी अच्छे लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। वैसे भी ये दुनिया तो सुख और दुःख का संगम है। यहाँ पर हर इंसान को सुख और दुःख दोनों तरह के समुन्दर को पार करना पड़ता है और यही सार्वभौमिक सत्य है।

Användarnas betyg av कब सुधरोगे तुम...?



Hitta liknande böcker
Boken कब सुधरोगे तुम...? finns i följande kategorier:

Gör som tusentals andra bokälskare

Prenumerera på vårt nyhetsbrev för att få fantastiska erbjudanden och inspiration för din nästa läsning.